Monday, April 13, 2015

नई सुबह



हर सुबह सुहानी होती है ,
अंदाज निराला होता है,
मुस्कुरा के देखो तो ,
कांटे भी फूल लगते हैं ,
अगर आँखे आपकी नम हो ,
जग गम का प्याला लगता है, 

हर सुबह सूरज की किरणे,
इस तन मन को छू जाती हैं ,
जब मन ही  सोया सोया हो ,
ये जग सपना  सा लगता है.
बस  एक नजर प्यार की,
दुश्मन पर भी डालो तो ,
जाने कितने बरसों का वो ,
दोस्त अपना सा लगता है। 
जाने कितने बरसों का वो ,
दोस्त अपना सा लगता है। 
 

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