Sunday, May 3, 2015

एक पल


न जाने ये एक पल ,
कल किसके  किस्मत का तारा बने ,
न जाने इसी एक पल में ,
कौन किसका सहारा बने ,
लेने को तो ले लेते हैं लोग ,
जान  भी एक पल में ,
मेरे दोस्त , इसी एक पल पर ,
थोड़ा सा प्यार बरसा दो ,
पर इस तरह की कोई एक नहीं ,
बल्कि सारा जग तुम्हारा बने। 

लोग तो कहते हैं, प्यार से बुलाने पर,
ईश्वर भी आते हैं , धरती पर,
किसने , कब और कहाँ देखा है , ईश्वर को ,
प्यार का नाम ही ईश्वर है। 
इतना प्यार बरसा दो इस पल पर 
की लोग तुम्हे ही देवता कहें ,
और हर दीन दुखियों का सहारा ,
तुम्हारे प्यार की धारा बने ,
 और हर दीन दुखियों का सहारा ,
तुम्हारे प्यार की धारा बनें। 

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